गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2025

भक्ति, सेवा और आध्यात्मिक ऊर्जा से महका “जय मां भगवती काली देवभूमि दरबार”
Political Trust-दिल्ली
गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर राजधानी दिल्ली के अशोक नगर स्थित चित्रकूट कॉलोनी में “जय मां भगवती काली देवभूमि दरबार” में चतुर्थ गुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। देशभर से हजारों श्रद्धालु, शिष्य, सेवादार और समाजसेवी संगत इस भव्य आयोजन में शामिल हुए।
इस अवसर पर दरबार की गुरु माता ने शिष्यों को दिव्य आशीर्वचन देते हुए नए शिष्यों को गुरु मंत्र प्रदान किया और पुराने शिष्यों को “नए गुरु मंत्र” की विशेष दीक्षा दी। गुरु वंदना, पुष्पांजलि और आरती के दौरान दरबार का संपूर्ण वातावरण भक्ति और भावनाओं से सराबोर हो गया।
महोत्सव में गुरु माता एवं गुरु पिता द्वारा समाज के प्रति समर्पित कर्मयोगियों, सेवादारों और शिष्यवृंद को मां भगवती की पवित्र चुनरी और प्रशंसा-पत्र भेंट कर विशेष सम्मानित किया गया। यह क्षण श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और भावविभोर कर देने वाला रहा।
विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और मां भगवती के चरणों में आस्था व्यक्त की। संपूर्ण आयोजन भजन-कीर्तन, गुरु स्तुति, आरती और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सराबोर रहा। “जय मां भगवती” के जयकारों से पूरा दरबार गूंजता रहा।
गुरु माता ने अपने संदेश में कहा,
“गुरु केवल एक शिक्षक नहीं, बल्कि वह प्रकाशपुंज हैं जो शिष्य को अज्ञान से ज्ञान, मोह से मोक्ष और उलझनों से आत्मिक शांति की ओर ले जाते हैं।”
यह संदेश उपस्थित जनसमूह के अंतर्मन को छू गया और गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा को और भी ऊंचा किया
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक माननीय श्री जितेंद्र महाजन जी ने भी दरबार में उपस्थिति दर्ज कराई और मां काली के चरणों में नमन कर इस सफल आयोजन के लिए दरबार परिवार की प्रशंसा की।
समारोह का समापन दरबार के संरक्षक श्री गिरीश चन्द रावत जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी शिष्यों, सेवादारों और संगत का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
यह महोत्सव न केवल भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक रहा, बल्कि गुरु-शिष्य परंपरा, सेवा भावना और आध्यात्मिक चेतना का एक अद्वितीय संगम बन गया।