हिमाचल में बाढ़ का अलर्ट
- राष्ट्रीय हिमाचल प्रदेश
Political Trust
- July 9, 2025
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महाराष्ट्र-बंगाल में जोरदार बारिश; नदियां उफान पर
नई दिल्ली। मानसूनी बारिश के चलते देश के कई प्रांतों में बाढ़ से हालात बिगड़ रहे हैं। हिमाचल में अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है। मंडी में सबसे अधिक सड़कें बंद हैं। राज्य में बारिश से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है और जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
अधिकांश राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है। जिससे कई बड़ी नदियां उफान पर हैं। मध्य प्रदेश, असम महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मध्य भारत में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश लगातार हो रही है और सात जिलों में अगले चौबीस घंटों के दौरान आकस्मिक बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पश्चिम बंगाल के भी कई हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है और कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के चांबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। विभाग ने राज्य के अलग-अलग स्थानों पर सोमवार तक भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी देते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रदेश में 225 सड़कें बंद हैं जिनमें सर्वाधिक प्रभावित मंडी जिले में 153 सड़कें शामिल हैं। 163 ट्रांसफार्मर और 174 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं। 1 जून से 8 जुलाई के बीच हिमाचल में 203.2 मिमी वर्षा हुई है, जबकि इस दौरान सामान्य तौर पर 152.6 मिमी वर्षा होती है। वर्षा जनित घटनाओं में अब तक 52 लोगों की जान जा चुकी है।
सतलुज में पानी बढ़ा, फिरोजपुर में बाढ़
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण सतलुज का जलस्तर बढ़ने से फिरोजपुर के टापू कालू वाला क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गया है। पंजाब में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश से मंगलवार को तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री नीचे गिर गया। मौसम विभाग ने बुधवार और बृहस्पतिवार को राज्य में बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
जम्मू संभाग में बादल फटने की आशंका
जम्मू संभाग में सक्रिय हुए मानसून से मंगलवार को कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। अगले दो दिन संभाग में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस अवधि में 100 से 200 मिलीमीटर तक बारिश होने से बादल फटने का खतरा है।
अधिकांश राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है। जिससे कई बड़ी नदियां उफान पर हैं। मध्य प्रदेश, असम महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मध्य भारत में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश लगातार हो रही है और सात जिलों में अगले चौबीस घंटों के दौरान आकस्मिक बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पश्चिम बंगाल के भी कई हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है और कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के चांबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। विभाग ने राज्य के अलग-अलग स्थानों पर सोमवार तक भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी देते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रदेश में 225 सड़कें बंद हैं जिनमें सर्वाधिक प्रभावित मंडी जिले में 153 सड़कें शामिल हैं। 163 ट्रांसफार्मर और 174 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं। 1 जून से 8 जुलाई के बीच हिमाचल में 203.2 मिमी वर्षा हुई है, जबकि इस दौरान सामान्य तौर पर 152.6 मिमी वर्षा होती है। वर्षा जनित घटनाओं में अब तक 52 लोगों की जान जा चुकी है।
सतलुज में पानी बढ़ा, फिरोजपुर में बाढ़
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण सतलुज का जलस्तर बढ़ने से फिरोजपुर के टापू कालू वाला क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गया है। पंजाब में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश से मंगलवार को तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री नीचे गिर गया। मौसम विभाग ने बुधवार और बृहस्पतिवार को राज्य में बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
जम्मू संभाग में बादल फटने की आशंका
जम्मू संभाग में सक्रिय हुए मानसून से मंगलवार को कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। अगले दो दिन संभाग में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस अवधि में 100 से 200 मिलीमीटर तक बारिश होने से बादल फटने का खतरा है।