बर्मिंघम। दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड के सामने 608 रनों का लक्ष्य रखा था। इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में पांचवें दिन 271 रन पर ऑलआउट हो गई और भारत ने जीत हासिल की।भारतीय टीम ने बल्लेबाजों के बाद आकाश दीप की अगुआई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 336 रनों से हराया। भारत ने इस तरह पांच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली है। भारत के लिए यह बर्मिंघम में ऐतिहासिक जीत है क्योंकि इससे पहले टीम ने यहां पर कभी कोई टेस्ट मैच नहीं जीता था। शुभमन गिल की अगुआई वाली भारतीय टीम ने बर्मिंघम का तिलिस्म तोड़ा और एजबेस्टन में तिरंगा लहरा दिया।
608 रनों का मिला था लक्ष्य
भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए थे और इंग्लैंड को 407 रन पर आउट कर 180 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी। भारत ने शुभमन गिल के शतक की मदद से दूसरी पारी छह विकेट पर 427 रन बनाकर घोषित की थी और कुल 607 रनों की बढ़त हासिल कर इंग्लैंड के सामने 608 रनों का लक्ष्य रखा था। इंग्लैंड की दूसरी पारी पांचवें दिन 271 रन पर ऑलआउट हुई और भारत ने जीत हासिल की।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के शेष चार मैचों में वापसी करने की चुनौती थी। भारत का एजबेस्टन पर रिकॉर्ड अच्छा नहीं था। बर्मिंघम इंग्लैंड के उन तीन स्थलों में शामिल था जहां भारतीय टीम ने कभी जीत हासिल नहीं की थी। इस मैच से पहले बर्मिंघम में भारतीय टीम ने आठ मैच खेले थे जिसमें सात में उसे हार का सामना करना पड़ा था, जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा था। लेकिन गिल की अगुआई में भारतीय खिलाड़ियों ने पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए एजबेस्टन में इतिहास रच दिया।
गिल बर्मिंघम में जीत दर्ज करने वाले पहले एशियाई कप्तान
भारत को लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर और नए टेस्ट कप्तान गिल को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। लेकिन गिल ने हार नहीं मानी और इंग्लैंड के गढ़ कहे जाने वाले एजबेस्टन में जीत हासिल कर सीरीज में मजबूत वापसी की। गिल के नेतृत्व में भारत को पहली बार टेस्ट में जीत मिली। गिल एशिया के पहले कप्तान हैं जिन्होंने इंग्लैंड को बर्मिंघम में मात दी है।