तेजी से बढ़ने लगे डेंगू के मामले, दिल्ली में स्थिति को काबू के प्रयास
- दिल्ली राष्ट्रीय स्वास्थ्य
Political Trust
- July 6, 2025
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नई दिल्ली। मानसून की शुरुआत से डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने और डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की सलाह दी है।
मानसून की शुरुआत के साथ ही मच्छर जनित बीमारियों के मामले आने भी शुरू हो गए हैं। जून-जुलाई में कई राज्यों से डेंगू के मामलों में उछाल की खबरें सामने आ रही हैं। मई में भारी बारिश के साथ मानसून का आगमन और जून में रुक-रुक कर हुई बारिश ने इस साल डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों को समय से पहले ही शुरू कर दिया। पुणे के अस्पतालों और पुणे नगर निगम (पीएमसी) से प्राप्त हो रही खबरों के मुताबिक इस साल जनवरी से 2 जुलाई के बीच डेंगू के 264 संदिग्ध और 12 पुष्ट मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
अकेले जून में 123 संदिग्ध और चार पुष्ट मामले सामने आए हैं। शहर में इसी अवधि के दौरान चिकनगुनिया के भी दस मामले सामने आए हैं। पुणे के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों से भी डेंगू के मामले सामने आए हैं।
मानसून की शुरुआत से ही डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने और डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की सलाह दी है।
राजधानी दिल्ली में डेंगू की स्थिति
राजधानी दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल में इंटेंसिव केयर यूनिट के डॉक्टर बताते हैं कि डेंगू के मौसम की शुरुआत हो गई है, हालांकि अस्पताल में अभी इसके मरीज नहीं हैं। ओपीडी में कुछ मरीजों में डेंगू से मिलते-जुलते लक्षण देखे गए थे, हालांकि जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
हर साल डेंगू के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है। इन जोखिमों को समझते हुए सभी लोगों को पहले से ही सुरक्षात्मक उपाय शुरू कर देने चाहिए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा हो सकता है इसलिए बचाव के उपायों का पालन करते रहना जरूरी है।
अकेले जून में 123 संदिग्ध और चार पुष्ट मामले सामने आए हैं। शहर में इसी अवधि के दौरान चिकनगुनिया के भी दस मामले सामने आए हैं। पुणे के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों से भी डेंगू के मामले सामने आए हैं।
मानसून की शुरुआत से ही डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने और डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की सलाह दी है।
राजधानी दिल्ली में डेंगू की स्थिति
राजधानी दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल में इंटेंसिव केयर यूनिट के डॉक्टर बताते हैं कि डेंगू के मौसम की शुरुआत हो गई है, हालांकि अस्पताल में अभी इसके मरीज नहीं हैं। ओपीडी में कुछ मरीजों में डेंगू से मिलते-जुलते लक्षण देखे गए थे, हालांकि जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
हर साल डेंगू के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है। इन जोखिमों को समझते हुए सभी लोगों को पहले से ही सुरक्षात्मक उपाय शुरू कर देने चाहिए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा हो सकता है इसलिए बचाव के उपायों का पालन करते रहना जरूरी है।