भगवान जगन्नाथ की वापसी रथ उत्सव औपचारिक ‘पहांडी’ रस्म के साथ शुरू

 भगवान जगन्नाथ की वापसी रथ उत्सव औपचारिक ‘पहांडी’ रस्म के साथ शुरू
Puri। भगवान जगन्नाथ की ‘बहुड़ा’ यात्रा या वापसी रथ उत्सव शनिवार को औपचारिक ‘पहांडी’ रस्म के साथ शुरू हुआ। इस दौरान मूर्तियों को श्री गुंडिचा मंदिर से सारधाबली में खड़े रथों तक औपचारिक जुलूस के रूप में ले जाया गया।अधिकारियों ने बताया कि बाहुड़ा यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हालांकि ‘पहांडी’ रस्म दोपहर 12 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन यह सुबह 10.30 बजे शुरू हुई, जिसके दौरान त्रिदेवों- भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को एक-एक करके रथों तक ले जाया गया। भव्य रथों – तलध्वज (बलभद्र), दर्पदलन (सुभद्रा) और नंदीघोष (जगन्नाथ) को श्रद्धालु श्री गुंडिचा मंदिर से भगवान जगन्नाथ के मुख्य स्थान, 12वीं शताब्दी के मंदिर तक खींचकर ले जाएंगे, जिसकी दूरी लगभग 2.6 किलोमीटर है।
गौरतलब है कि 27 जून को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हुई थी। इसके दो दिन बाद 29 जून को गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ मच गई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हो गए थे। इस भगदड़ को ध्यान में रखते हुए बहुड़ा यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने बहुदा यात्रा के शुभ अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।