पुरी भगदड़ मामले में दो अधिकारी निलंबित, डीएम-एसपी का तबादला

 पुरी भगदड़ मामले में दो अधिकारी निलंबित, डीएम-एसपी का तबादला
पुरी। पुरी के मंदिर के पास हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार मानते हुए ओडिशा सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने दो अधिकारी तत्काल प्रभाव से निलंबित किए हैं और डीएम-एसपी का तबादला कर दिया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को पुरी में एक मंदिर के पास भगदड़ के लिए भगवान जगन्नाथ के भक्तों से क्षमा मांगी है। इस घटना में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं पुरी के डीएम और एसपी का तबादला कर दिया है।
पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ की घटना के बाद ओडिशा सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस हादसे को लेकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए पुरी के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया है।
सीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन और एसपी विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया गया है। वहीं डीसीपी विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को ड्यूटी में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। चंचल राणा को पुरी का नया जिला कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि पिनाक मिश्रा ने नए एसपी का कार्यभार दिया गया है।  सीएम माझी ने विकास आयुक्त की देखरेख में मामले की प्रशासनिक जांच के भी आदेश दिए।
ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने प्रत्येक मृतक श्रद्धालु के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। सीएम ने विकास आयुक्त की देखरेख में विस्तृत प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से इस घटना को लेकर क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी सरकार महाप्रभु जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। जो श्रद्धालु इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे, उनके परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें।