तेज प्रताप यादव बोले, मेरी जान को खतरा! सरकार बढ़ाए सुरक्षा
- बिहार राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- June 23, 2025
- 0
- 60
- 1 minute read

पटना। राजद अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी-परिवार से निकाले जाने के बाद खुलकर बात की है। तेज प्रताप ने अपनी जान का खतरा बताया है। उन्होंने नीतीश सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और हसनपुर के राष्ट्रीय जनता दल के विधायक तेज प्रताप यादव को अपनी जान पर खतरा नजर आ रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार सरकार से मांग की है कि वह उनकी सुरक्षा बढ़ाए। तेज प्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया। अपने साथ हुए अन्याय और बिहार चुनाव के लिए अपनी तैयारी तक ‘गर्लफ्रेंड कांड’ के बाद पहली बार विस्तार से पहली बार बात की।
तेज प्रताप ने कहा कि “जिस तरह का पिछले दिनों प्रकरण सामने आया। उसमें चार-पांच लोगों के माध्यम से साजिश करके मुझे पार्टी से बाहर निकाला गया। यह पूरे बाहर की जनता ने देखा है। देश की जनता ने देखा है। जनता जानती है कि किस तरह का मेरा स्वभाव है और कैसे हम लोगों में घुलमिल जाते हैं। इसी का फायदा उठाकर राजद में बैठे चार-पांच लोगों ने मुझे पूरी तरह से अकेला करने के लिए यह खेल किया।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि “चार-पांच लोग साजिश कर मुझे दबाना चाहते हैं। मैं दबने वाला आदमी नहीं हूं। हम चुनौती देते हैं। हम जनता के बीच जाएंगे। जनता न्याय करेगी। वह चार-पांच लोग जो बैठे हैं, वह अन्याय करते रहेंगे- ऐसा नहीं संभव है। मेरे निजी जीवन के बारे में लोगों ने उंगली उठाई, हस्तक्षेप किया। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता ने देखा है। जनता ही न्याय करेगी। जिसको हमसे खतरा है वह हमसे फरिया लेगा। ज्यादा हमको दबाएगा तो न्यायालय का सहारा लेंगे।
तेज प्रताप ने कहा कि “जिस तरह का पिछले दिनों प्रकरण सामने आया। उसमें चार-पांच लोगों के माध्यम से साजिश करके मुझे पार्टी से बाहर निकाला गया। यह पूरे बाहर की जनता ने देखा है। देश की जनता ने देखा है। जनता जानती है कि किस तरह का मेरा स्वभाव है और कैसे हम लोगों में घुलमिल जाते हैं। इसी का फायदा उठाकर राजद में बैठे चार-पांच लोगों ने मुझे पूरी तरह से अकेला करने के लिए यह खेल किया।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि “चार-पांच लोग साजिश कर मुझे दबाना चाहते हैं। मैं दबने वाला आदमी नहीं हूं। हम चुनौती देते हैं। हम जनता के बीच जाएंगे। जनता न्याय करेगी। वह चार-पांच लोग जो बैठे हैं, वह अन्याय करते रहेंगे- ऐसा नहीं संभव है। मेरे निजी जीवन के बारे में लोगों ने उंगली उठाई, हस्तक्षेप किया। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता ने देखा है। जनता ही न्याय करेगी। जिसको हमसे खतरा है वह हमसे फरिया लेगा। ज्यादा हमको दबाएगा तो न्यायालय का सहारा लेंगे।