फिरोजाबाद में “तीर्थंकर वाटिका” की स्थापना, जैन तीर्थंकरों के केवली वृक्षों का हुआ रोपण

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फिरोजाबाद जनपद के सिरसागंज स्थित माँ रुद्राणी धाम, रुरिया में स्वदेशी समाज सेवा समिति के सौजन्य से “तीर्थंकर वाटिका” की स्थापना की गई। यह पर्यावरणीय एवं आध्यात्मिक वन जैन धर्म की परंपराओं और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मानव मंदिर मिशन दिल्ली के निदेशक पूज्य अरुण योगी जी और अध्यक्षता कर रहे जैन धर्म-दर्शन के विद्वान डॉ. अरुण प्रकाश जी ने संयुक्त रूप से तीर्थंकर ऋषभनाथ जी के केवली वृक्ष वट वृक्ष का पौधारोपण कर इस वाटिका का विधिवत शुभारंभ किया।
पूज्य अरुण योगी जी ने जानकारी दी कि तीर्थंकर वाटिका में जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों के केवली वृक्षों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हर तीर्थंकर को केवल ज्ञान (कैवल्य ज्ञान) किसी न किसी विशेष वृक्ष की छाया में प्राप्त हुआ, इसलिए उन्हें केवली वृक्ष कहा जाता है।
उदाहरणस्वरूप:
ऋषभनाथ – वट वृक्ष
अजितनाथ – चितवन
संभवनाथ – शाल
पुष्पदंत – बहेड़ा
शीतलनाथ – बेल
वासुपूज्य – कदम्ब
विमलनाथ – जामुन
अनंतनाथ – पीपल
अरहनाथ – आम
मल्लिनाथ – अशोक
मुनिसुव्रतनाथ – चम्पा
नमीनाथ – मौलश्री
नेमीनाथ – बाँस
जैन मान्यताओं के अनुसार, इन वृक्षों में तीर्थंकरों के आध्यात्मिक अंश विद्यमान होते हैं और इनका दर्शन, सेवा एवं अर्चना करने से भक्तों को तीर्थंकरों की कृपा प्राप्त होती है।
कार्यक्रम में अरुण योगी जी ने यह भी घोषणा की कि मानव मंदिर मिशन, दिल्ली इस तीर्थंकर वाटिका के सौंदर्यीकरण में पूर्ण सहयोग करेगा। वहीं डॉ. अरुण प्रकाश जी ने कहा कि यह पहल भारत की पारंपरिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ आगंतुकों को जैन धर्म की गहराई से जानकारी देने का एक माध्यम बनेगी।
समिति के संस्थापक सचिव एवं जिला पर्यावरण समिति फिरोजाबाद के सदस्य श्री विवेक यादव ‘रुद्राक्ष मेन’ ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर राघवेंद्र सिंह, डॉ. सौभित सिंह, वैभव यादव, ओमपाल सिंह सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।