टमाटर खाने से हो सकती है मौत, एफडीए को मिला जानलेवा साल्मोनेला संक्रमण

 टमाटर खाने से हो सकती है मौत, एफडीए को मिला जानलेवा साल्मोनेला संक्रमण
नई दिल्ली। अगर टमाटर खाने के शौकीन हैं तो ये खबर आपको जागरूक करने के लिए हैं। आजकल सब्जी से लेकर दाल और सलाद तक में टमाटर का उपयोग एक समान्य सी बात है। लेकिन अब जरा सावधान होने की जरूरत है। ये टमाटर ‘जानलेवा’ साबित हो सकता है। एक देश के फूड रेग्युलेटर को टमाटर में ‘साल्मोनेला’ नाम का संक्रमण मिला है जिसकी वजह से टमाटर की पूरी खेप को रिकॉल कर लिया गया है।
टमाटर को मौत का कारण बनाने वाला साल्मोनेला’ संक्रमण अमेरिका में पाया गया है। इसकी वजह से वहां के फूड रेग्युलेटर एफडीए ने टमाटर को बाजार से वापस करने के आदेश जारी कर दिए हैं। एफडीए का कहना है कि टमाटर में इस संक्रमण की वजह से स्वास्थ्य संबंधी काफी गंभीर समस्या पैदा होने यहां तक की मौत का भी खतरा है। एफडीए ने इस संबंध में 28 मई को ही हाई लेवल चेतावनी जारी कर दी और रिकॉल को Class-1 कैटेगरी में डाल दिया। टमाटर में साल्मोनेला संक्रमण के मामले काफी दिन पहले से आने शुरू हो गए थे। मुख्य तौर जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना और साउथ कैरोलिना राज्य में इन टमाटरों को रिकॉल किया गया है। वहीं मई महीने की शुरुआत में ही अमेरिका में काम करने वाले कई फार्म ने वॉलियंटरी तौर पर ही टमाटरों को रिकॉल करना शुरू कर दिया था।
महीनों जिंदा रहता है ये बैक्टीरिया
साल्मोनेला का बैक्टीरिया सूखे और गर्म वातावरण में कुछ हफ्ते, जबकि फ्रीजर्स या नम स्थानों पर इसका बैक्टीरिया महीनों तक जीवित रहता है। इसलिए एफडीए ने लोगों को टमाटर को फेंकने के बजाय रिकॉल में वापस करने और उपयोग ना करने की सलाह दी है। टमाटरों में फैले साल्मोनेला संक्रमण का मूल कारण या स्रोत अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेटेस्ट मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एफडीए ने अभी तक इस संक्रमण से किसी के बीमार होने या मरने की जानकारी रिपोर्ट नहीं की है।
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक साल्मोनेला बैक्टीरिया आम लोगों को बीमार कर सकता है। खाने से होने वाली बीमारियों का ये सबसे प्रमुख कारण है। साल्मोनेला बैक्टीरिया के संक्रमित होने वाले लोगों को बुखार, दस्त लगने, जी मिचलाने, उल्टी और पेट में दर्द की शिकायत हो सकती है. वहीं छोटे बच्चों और बुजुर्गों के इम्यून सिस्टम को भी ये नुकसान पहुंचा सकता है।