इसरो शिक्षकों को देगा स्पेस एजुकेशन ट्रेनिंग और करवाएगा नॉलेज अपग्रेडेशन प्रोग्राम, जाने योग्यता और अंतिम तारीख
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- May 30, 2025
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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो अब शिक्षकों को स्पेस एजुकेशन ट्रेनिंग देगा और नॉलेज अपग्रेडेशन प्रोग्राम (SETU 2025) करवाएगा। इसके लिए इसरो ने आवेदन आमंत्रित किए हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि इस साल का विषय स्पेस टेक्नोलॉजी और एप्लिकेशन होगा।
ये कर सकता है आवेदन?
यह पांच दिवसीय कोर्स कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल शिक्षकों के लिए है। यह कोर्स सभी बोर्डों के शिक्षकों के लिए मुफ्त होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 6 जून है और यह ऑनलाइन कोर्स 9 जून से 13 जून 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
ये सिखाया जाएगा कोर्स में?
इसरो की वेबसाइट के अनुसार, इस कोर्स से शिक्षकों को स्पेस टेक्नोलॉजी और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में जानने का मौका मिलेगा। इसमें स्पेसक्राफ्ट सिस्टम्स, सैटेलाइट कम्युनिकेशन और नेविगेशन टेक्नोलॉजी, सैटेलाइट मीटियोरोलॉजी और मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन जैसे विषयों का भी विवरण दिया जाएगा। इसके अलावा, शिक्षकों को सैटेलाइट इमेजरी से सूचना प्राप्त करने, जीओडाटा को ऑनलाइन डेटा रिपोजिटरी से एक्सेस करने और GIS (जियोलॉजिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम) का उपयोग करके समस्या समाधान करने की भी शिक्षा दी जाएगी।
IIRS के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर मिलेगा कोर्स
इसरो के कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑफिस (CBPO) ने इस ऑनलाइन कोर्स के लिए भारतीय रिमोट सेंसिंग संस्थान (IIRS) के साथ सहयोग किया है। यह कोर्स आईआईआरएस के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा।
यह पांच दिवसीय कोर्स कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल शिक्षकों के लिए है। यह कोर्स सभी बोर्डों के शिक्षकों के लिए मुफ्त होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 6 जून है और यह ऑनलाइन कोर्स 9 जून से 13 जून 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
ये सिखाया जाएगा कोर्स में?
इसरो की वेबसाइट के अनुसार, इस कोर्स से शिक्षकों को स्पेस टेक्नोलॉजी और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में जानने का मौका मिलेगा। इसमें स्पेसक्राफ्ट सिस्टम्स, सैटेलाइट कम्युनिकेशन और नेविगेशन टेक्नोलॉजी, सैटेलाइट मीटियोरोलॉजी और मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन जैसे विषयों का भी विवरण दिया जाएगा। इसके अलावा, शिक्षकों को सैटेलाइट इमेजरी से सूचना प्राप्त करने, जीओडाटा को ऑनलाइन डेटा रिपोजिटरी से एक्सेस करने और GIS (जियोलॉजिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम) का उपयोग करके समस्या समाधान करने की भी शिक्षा दी जाएगी।
IIRS के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर मिलेगा कोर्स
इसरो के कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑफिस (CBPO) ने इस ऑनलाइन कोर्स के लिए भारतीय रिमोट सेंसिंग संस्थान (IIRS) के साथ सहयोग किया है। यह कोर्स आईआईआरएस के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा।
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