दिल्ली विवि में सैन्यकर्मी कर सकेंगे न्यूक्लियर मेडिसिन की पढाई, नए कोर्स को ईसी की हरी झंडी नई दिल्ली।
- दिल्ली
Political Trust
- May 24, 2025
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दिल्ली विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से सैन्यकर्मियों को न्यूक्लियर मेडिसिन की पढ़ाई कराएगा। डीयू बीएससी न्यूक्लियर मेडिसिन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम शुरू करेगा। शुक्रवार को डीयू की कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में इस पाठ्यक्रम को हरी झंडी मिल गई। डीयू के रेडियोलॉजी विभाग की कमेटी ऑफ कोर्सेज ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर सिफारिश की थी। इसके साथ ही कार्यकारी परिषद की बैठक में शिक्षकों के वरिष्ठता निर्धारित करने के नियमों को भी सदस्यों के विरोध के बाद पारित कर दिया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद की शुक्रवार को 1275वीं बैठक हुई। डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। कुलपति ने कहा कि आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया जा रहा है। डीयू भारत सरकार को हर संभव समर्थन और सहयोग प्रदान करेगा। इस का प्रस्ताव अकादमिक काउंसिल में पारित करने के बाद कार्यकारी परिषद की बैठक में रखा गया, जहां इसे पारित कर दिया गया।
शून्य काल के दौरान कुलपति प्रो योगेश सिंह ने बैठक में आए प्रश्न की जानकारी देते हुए कहा कि डीयू को दस वर्षों में हीफा (हायर एजुकेशन फाइनेंसिंग एजेंसी) लोन का केवल दस फीसदी ही वापस लौटाता है। डीयू में हीफा से मिली राशि से नए भवनों और ढांचागत सुविधाओं का निर्माण हो रहा है। वहीं डीयू का दिल्ली स्थित रेलवे अस्पताल के साथ एमओयू हुआ है। इसके तहत डीयू के कर्मचारियों को सीजीएचएस रेट पर वहां इलाज की सुविधा मिल रही है।
डीयू दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल में एक नया कोर्स बीएससी न्यूक्लियर मेडिसिन टेक्नोलॉजी शुरू करेगा। तीन साल के पाठ्यक्रम में एक साल की इंटर्नशिप भी होगी। पाठ्यक्रम की समयावधि छह साल रखा गया है, जो 6 सेमेस्टर का होगा। इसे इंडियन आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज से जुड़े उम्मीदवार ही कर सकेंगे। कोर्स का उद्देश्य परमाणु चिकित्सा के चिकित्सकों के साथ मिलकर काम करने और परमाणु चिकित्सा विभाग के दैनिक संचालन में भाग लेने के लिए उपयुक्त ज्ञान और कौशल प्रदान करना है।
शून्य काल के दौरान कुलपति प्रो योगेश सिंह ने बैठक में आए प्रश्न की जानकारी देते हुए कहा कि डीयू को दस वर्षों में हीफा (हायर एजुकेशन फाइनेंसिंग एजेंसी) लोन का केवल दस फीसदी ही वापस लौटाता है। डीयू में हीफा से मिली राशि से नए भवनों और ढांचागत सुविधाओं का निर्माण हो रहा है। वहीं डीयू का दिल्ली स्थित रेलवे अस्पताल के साथ एमओयू हुआ है। इसके तहत डीयू के कर्मचारियों को सीजीएचएस रेट पर वहां इलाज की सुविधा मिल रही है।
डीयू दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल में एक नया कोर्स बीएससी न्यूक्लियर मेडिसिन टेक्नोलॉजी शुरू करेगा। तीन साल के पाठ्यक्रम में एक साल की इंटर्नशिप भी होगी। पाठ्यक्रम की समयावधि छह साल रखा गया है, जो 6 सेमेस्टर का होगा। इसे इंडियन आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज से जुड़े उम्मीदवार ही कर सकेंगे। कोर्स का उद्देश्य परमाणु चिकित्सा के चिकित्सकों के साथ मिलकर काम करने और परमाणु चिकित्सा विभाग के दैनिक संचालन में भाग लेने के लिए उपयुक्त ज्ञान और कौशल प्रदान करना है।