पीएम मोदी की गतिविधियां तेज, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और नौसेना प्रमुख से प्रधानमंत्री की मुलाकात
- जम्मू कश्मीर राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- May 3, 2025
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नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत एक्शन मोड में है। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है। आज दिल्ली में कई बड़ी गतिविधियां देखने को मिलीं हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई।
इसके बाद पीएम मोदी से मिलने नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी भी पहुंचे। उनकी मुलाकात का एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया गया है। लेकिन इसे भी देश की सुरक्षा और मौजूदा तनावपूर्ण माहौल से जोड़कर देखा जा रहा है। पाकिस्तान पर भारत ने कई बड़ी कार्रवाई की है।
बताया गया कि उमर अब्दुल्ला ने इसे कश्मीर की छवि को धूमिल करने की साजिश करार दिया और केंद्र सरकार से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए समर्थन मांगा। खबर है कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में शांति और पर्यटन को पुनर्जनन देने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।
नौसेना प्रमुख की पीएम से मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य और कूटनीतिक कार्रवाइयों पर चर्चा हुई है। भारत ने पहले ही कई कड़े कदम उठाए हैं। जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और भारत के एयरस्पेस को पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद करना शामिल है. नौसेना की भूमिका भी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ने की स्थिति में समुद्री क्षेत्र में रणनीतिक तैयारियां तेज की जा रही है।
बताया गया कि उमर अब्दुल्ला ने इसे कश्मीर की छवि को धूमिल करने की साजिश करार दिया और केंद्र सरकार से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए समर्थन मांगा। खबर है कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में शांति और पर्यटन को पुनर्जनन देने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।
नौसेना प्रमुख की पीएम से मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य और कूटनीतिक कार्रवाइयों पर चर्चा हुई है। भारत ने पहले ही कई कड़े कदम उठाए हैं। जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और भारत के एयरस्पेस को पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद करना शामिल है. नौसेना की भूमिका भी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ने की स्थिति में समुद्री क्षेत्र में रणनीतिक तैयारियां तेज की जा रही है।