यूजीसी रेगुलेशन 2025 में बड़ा बदलाव, 12 वीं के बाद किसी भी संकाय में ले सकेंगे एडमिशन
- राष्ट्रीय
Political Trust
- April 28, 2025
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Nimmi Thakur
नई दिल्ली। यूजीसी रेगुलेशन 2025 में बड़ा बदलाव किया गया है। जिसके तहत अब फेल छात्रों की मार्कशीट में फेल होने के बाद दोबारा परीक्षा देने की बात नहीं लिखी होगी। इसी के साथ छात्र 12वीं के बाद किसी भी संकाय में दाखिला ले सकेंगे। आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से स्नातक पाठयक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अब छात्र यदि एक या दो पेपर में फेल होते हैं तो भी उनकी मार्क्सशीट में फेल होने के बाद दोबारा परीक्षा देना नहीं प्रिंट होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के तहत तैयार यूजीसी रेगुलेशन 2025 (स्नातकपूर्व और स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान करने के लिए अनुदेश के न्यूनतम मापदंड) का गैजेट नोटिफिकेशन जारी होते ही यह देश के सभी विश्वविद्यालयों में अनिवार्य रूप से लागू हो गया है। इसमें अब छात्रों को साल में दो बार दाखिला, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट, डिग्री पूरी करने का समय (रैगुलर डिग्री पूरी करने के लिए एक साल अतिरिक्त मिलने के कारण फेल नहीं लिखा होगा) की आजादी मिल रही है।
यूजीसी रेगुलेशन 2025 के तहत अब अगले साल से अब 12वीं की पढ़ाई करने के बाद कोई भी छात्र स्नातक पाठयक्रम के लिए किसी भी संकाय में दाखिला ले सकेंगे। इस साल के लिए सीयूईटी यूजी 2025 की परीक्षा के नियम तय हैं। इसलिए अगले साल से यह नियम लागू होगा। इसमें कला, विज्ञान या कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई के लिए छात्रों का 12वीं कक्षा में संबंधित विषय में पास होना अनिवार्य नहीं रहेगा। विद्यार्थी सीयूईटी यूजी या संबंधित विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर उसकी मेरिट के आधार पर अपनी पसंद का संकाय चुन सकेंगे।
नए नियमों में सभी तरह के विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को साल में दो बार दाखिला लेने, डिग्री प्रोग्राम कभी भी छोड़ने या नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत किसी भी विषय में कभी भी पढ़ाई का मौका देने का प्रावधान किया गया है। पहले सत्र में जुलाई-अगस्त और दूसरे सत्र में जनवरी-फरवरी में दाखिला होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के तहत तैयार यूजीसी रेगुलेशन 2025 (स्नातकपूर्व और स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान करने के लिए अनुदेश के न्यूनतम मापदंड) का गैजेट नोटिफिकेशन जारी होते ही यह देश के सभी विश्वविद्यालयों में अनिवार्य रूप से लागू हो गया है। इसमें अब छात्रों को साल में दो बार दाखिला, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट, डिग्री पूरी करने का समय (रैगुलर डिग्री पूरी करने के लिए एक साल अतिरिक्त मिलने के कारण फेल नहीं लिखा होगा) की आजादी मिल रही है।
यूजीसी रेगुलेशन 2025 के तहत अब अगले साल से अब 12वीं की पढ़ाई करने के बाद कोई भी छात्र स्नातक पाठयक्रम के लिए किसी भी संकाय में दाखिला ले सकेंगे। इस साल के लिए सीयूईटी यूजी 2025 की परीक्षा के नियम तय हैं। इसलिए अगले साल से यह नियम लागू होगा। इसमें कला, विज्ञान या कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई के लिए छात्रों का 12वीं कक्षा में संबंधित विषय में पास होना अनिवार्य नहीं रहेगा। विद्यार्थी सीयूईटी यूजी या संबंधित विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर उसकी मेरिट के आधार पर अपनी पसंद का संकाय चुन सकेंगे।
नए नियमों में सभी तरह के विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को साल में दो बार दाखिला लेने, डिग्री प्रोग्राम कभी भी छोड़ने या नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत किसी भी विषय में कभी भी पढ़ाई का मौका देने का प्रावधान किया गया है। पहले सत्र में जुलाई-अगस्त और दूसरे सत्र में जनवरी-फरवरी में दाखिला होगा।