दीवाली-छठ पर आसमान हवाई किराया आसमान पर, होटल बुकिंग में भी 50 प्रतिशत तक का उछाल

 दीवाली-छठ पर आसमान हवाई किराया आसमान पर, होटल बुकिंग में भी 50 प्रतिशत तक का उछाल
नई दिल्ली। दीवाली और छठ के मौके पर अपने घर लौटने और छुट्टियां बिताने वालों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग काम से छुट्टी लेकर न सिर्फ अपने परिवार से मिलने जा रहे हैं, बल्कि कई लोग पर्यटन और धार्मिक स्थलों की ओर भी रुख कर रहे हैं। बढ़ती यात्रा मांग का असर अब हवाई किरायों और होटल बुकिंग पर साफ दिख रहा है। लोकप्रिय रूटों पर हवाई टिकटों के दाम बढ़ गए हैं, वहीं होटल कमरों की मांग में भी पिछले साल की तुलना में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
ट्रेवल एजेंसियों के अनुसार, हैदराबाद से नागपुर और कोलकाता जाने वाली उड़ानों के किरायों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आमतौर पर इन रूटों पर टिकट 4,500 से 6,500 रुपये तक मिल जाते थे, लेकिन अब दाम बढ़कर 11,500 से 16,500 रुपये तक पहुंच गए हैं।
हैदराबाद से दिल्ली के लिए किराया भी 5,500-8,500 रुपये से बढ़कर 8,500-18,500 रुपये के बीच पहुंच गया है। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि हवाई किरायों में यह उछाल दीवाली सप्ताह (20 अक्टूबर से शुरू) से करीब दो से तीन महीने पहले ही देखने को मिला, यानी यात्रियों ने काफी पहले से अपनी यात्रा की अग्रिम बुकिंग कर ली थी।
बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहरों से इंदौर आने वाली उड़ानों के किराए में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है। 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच, इंदौर के लिए फ्लाइट टिकट की कीमतें 12,000 रुपये से 15,000 रुपये तक पहुंच गईं। जबकि सामान्य दिनों में ये कीमतें 4,000 रुपये से 6,000 रुपये के बीच होती हैं।
जबकि लखनऊ से मुंबई जाने वाली इंडिगो की 26 अक्तूबर को सीधी उड़ान का किराया 24336 रुपये पहुंच गया है। एअर इंडिया एक्सप्रेस की सीधी उड़ान 22085 रुपये और एअर इंडिया की सीधी उड़ान 25723 रुपये में है। लखनऊ से दिल्ली की एअर इंडिया की एक अन्य सीधी उड़ान 15523 रुपये में, इंडिगो की सुबह रवाना होने वाली फ्लाइट का टिकट 8248 रुपये पहुंच गया है।
हालांकि, त्योहार से ठीक पहले डीजीसीए ने एयरलाइंस को सलाह दी थी कि वे बढ़ती मांग को देखते हुए अतिरिक्त उड़ानें शुरू करें। इसके बाद इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने मिलकर करीब 1700 नई उड़ानों की घोषणा की थी। इस पूरी अवधि में डीजीसीए टिकट दरों और उड़ान संचालन पर सख्त नजर भी रखे हुए है। बावजूद इसके हवाई किराया बढ़ रहा है।