देहरादून में भाजपा की प्रदेश कार्यशाला में 2027 में हैट्रिक लगाने पर चर्चा
- उत्तराखण्ड राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- September 25, 2025
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देहरादून। भाजपा की प्रदेश कार्यशाला में 2027 में मिशन हैट्रिक को लेकर रणीनीती पर चर्चा की गई। राजधानी के कुआंवाला के एक निजी संस्थान में पार्टी की प्रदेश कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष की मौजूदगी में आज पार्टी की प्रदेश कार्यशाला हुई। इसमें प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत समस्त नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारी, 2027 में मिशन हैट्रिक को लेकर कार्ययोजना पर चर्चा की गई।
प्रदेश मीडिया संयोजक मनवीर चौहान ने बताया कि राजधानी के कुआंवाला के एक निजी संस्थान में पार्टी की प्रदेश कार्यशाला का आयोजन किया। एक दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का मुख्य एजेंडा 2027 में मिशन हैट्रिक और संगठन के बूथ स्तर तक मजबूती पर फोकस किया गया। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि कार्यशाला में सभी बूथों तक पार्टी को और अधिक मजबूत करने, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक नई जनप्रतिनिधियों की बड़ी टीम का बूथों पर उपयोग करने, संगठन के कार्यक्रमों से सरकार की उपलब्धियों को अधिक प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाने, संगठन का बूथ स्तर तक सभी प्रकोष्ठों और मोर्चों की इकाईयों का गठन करने का विषय प्रमुख रहा।
प्रदेश मीडिया संयोजक मनवीर चौहान ने बताया कि राजधानी के कुआंवाला के एक निजी संस्थान में पार्टी की प्रदेश कार्यशाला का आयोजन किया। एक दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का मुख्य एजेंडा 2027 में मिशन हैट्रिक और संगठन के बूथ स्तर तक मजबूती पर फोकस किया गया। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि कार्यशाला में सभी बूथों तक पार्टी को और अधिक मजबूत करने, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक नई जनप्रतिनिधियों की बड़ी टीम का बूथों पर उपयोग करने, संगठन के कार्यक्रमों से सरकार की उपलब्धियों को अधिक प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाने, संगठन का बूथ स्तर तक सभी प्रकोष्ठों और मोर्चों की इकाईयों का गठन करने का विषय प्रमुख रहा।
