अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद के लिए की नोबेल पुरस्कार की मांग
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- September 21, 2025
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वॉशिंगटन। अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान संघर्ष रोकने की बात दोहराई है, जबकि भारत ने अमेरिकी या किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के दावे को हर बार खारिज किया है। वहीं ट्रंप ने कुल सात युद्ध को खत्म करने का दावा करते हुए खुद के लिए नोबेल पुरस्कार की भी मांग की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को व्यापार के जरिए रोक दिया। ट्रंप ने यहां तक कहा कि उन्होंने सात बड़े युद्धों को समाप्त कराया है और इसके लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। ट्रंप ने शनिवार को अमेरिकन कॉर्नरस्टोन इंस्टीट्यूट फाउंडर डिनर में कहा, ‘दुनिया में अमेरिका को अब पहले से कहीं ज्यादा सम्मान मिल रहा है। हम शांति समझौते कर रहे हैं और युद्ध रोक रहे हैं। हमने भारत और पाकिस्तान, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध रोके हैं।’
फिर अलापा भारत-पाक संघर्ष को रोकने का राग
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को व्यापार के जरिए रुकवाया। ‘सोचिए भारत और पाकिस्तान के बारे में। मैंने उनसे कहा कि अगर वे लड़ाई करेंगे तो हम उनके साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे। उनके पास परमाणु हथियार हैं और अगर वे व्यापार चाहते हैं, तो उन्हें शांति बनाए रखनी होगी।’ ट्रंप ने दावा किया कि इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हो गया। बता दें कि ट्रंप लगभग 20 से ज्यादा मौकों पर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने का दावा कर चुके हैं। जबकि भारत ने शुरुआत से स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत के बाद संघर्ष रोका गया है और इसमें किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की है।
फिर अलापा भारत-पाक संघर्ष को रोकने का राग
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को व्यापार के जरिए रुकवाया। ‘सोचिए भारत और पाकिस्तान के बारे में। मैंने उनसे कहा कि अगर वे लड़ाई करेंगे तो हम उनके साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे। उनके पास परमाणु हथियार हैं और अगर वे व्यापार चाहते हैं, तो उन्हें शांति बनाए रखनी होगी।’ ट्रंप ने दावा किया कि इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हो गया। बता दें कि ट्रंप लगभग 20 से ज्यादा मौकों पर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने का दावा कर चुके हैं। जबकि भारत ने शुरुआत से स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत के बाद संघर्ष रोका गया है और इसमें किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की है।
