पंचायत चुनाव में रालोद अकेले मैदान में, भाजपा में मची खलबली

 पंचायत चुनाव में रालोद अकेले मैदान में, भाजपा में मची खलबली
नई दिल्ली। पंचायत चुनाव से पहले रालोद ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। भाजपा नेतृत्व अब रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से बातचीत की तैयारी कर रहा है, जबकि रालोद ने अपने कार्यकर्ताओं के दम पर जीत का भरोसा जताया है।
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी बीच भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस फैसले से भाजपा में सुगबुगाहट का माहौल है।
भाजपा ने जिला और क्षेत्रीय स्तर पर पंचायत चुनाव की रणनीति तय करते हुए संयोजक और सह संयोजक नियुक्त कर दिए हैं। वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने का काम भी तेज किया गया है। पार्टी का लक्ष्य इस बार भी अधिकतर जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों पर विजय हासिल करना है। इसके लिए रालोद के साथ गठबंधन की पैरवी की जा रही थी।
रालोद पंचायत चुनाव समिति के प्रदेश संयोजक डॉ. कुलदीप उज्ज्वल ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी स्थानीय स्तर पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उनका मानना है कि पंचायत चुनाव विधानसभा चुनाव का आधार होते हैं और यदि पंचायत स्तर पर संगठन मजबूत होगा तो विधानसभा चुनावों में सफलता आसान होगी।