देश को आज मिलेगा नया उपराष्ट्रपति, जानें दावेदारी पेश कर रहे दोनों पर्सनेलिटी की खासियत

 देश को आज मिलेगा नया उपराष्ट्रपति, जानें दावेदारी पेश कर रहे दोनों पर्सनेलिटी की खासियत
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 9 सितंबर को संसद के दोनों सदन- लोकसभा और राज्यसभा के सांसद इकट्ठा होकर अपनी-अपनी पसंद के उम्मीदवार के लिए मतदान में हिस्सा लेंगे। जहां एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन को प्रत्याशी बनाया गया है, वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।
दोनों ही उम्मीदवारों को लेकर कई जानकारियां सामने आ चुकी हैं। हालांकि, इन दोनों के बीच ही कई तुलनात्मक खूबियां भी मौजूद हैं, जिनका जिक्र एक साथ कम ही हुआ है।
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में हुआ। राधाकृष्णन ओबीसी समुदाय कोंगु वेल्लार (गाउंडर) से आते हैं। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई की। बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का हिस्सा बन गए। 1974 में वे आरएसएस की राजनीतिक इकाई भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
साल 1996 में इनको भाजपा तमिलनाडु का सचिव बनाया गया। इसके बाद 1998 में कोयंबटूर से ये पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए और 1999 में फिर से जीत का परचम लहराया। साथ ही संसद में उन्होंने टेक्सटाइल पर स्थायी समिति के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया है। ये पीएसयू समिति, वित्त पर परामर्श समिति और शेयर बाजार घोटाले की जांच करने वाली विशेष समिति के सदस्य भी रहे हैं। साल 2004 में इन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को भारतीय संसदीय दल के हिस्से के रूप में संबोधित भी किया है। ये ताइवान जाने वाले पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा थे।