अमृत भारत ट्रेन 2.0: स्वदेशी तकनीक से सुसज्जित, सुरक्षित और स्मार्ट यात्रा की नई पहचान

Nimmi Thakur
रेलवे द्वारा ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत विकसित अमृत भारत ट्रेन अब अपने नए और उन्नत संस्करण 2.0 के साथ यात्रियों को पहले से कहीं अधिक सुविधाएं और आराम देने के लिए तैयार है। पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित यह ट्रेन मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों को किफायती, सुरक्षित और स्मार्ट यात्रा का अनुभव प्रदान करती है। इसकी अधिकतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा है।
देशभर में फिलहाल तीन अमृत भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं और 100 नए रेक तैयार किए जा रहे हैं। बिहार में दरभंगा-आनंद विहार टर्मिनल और सहरसा-लोकमान्य तिलक टर्मिनल रूट पर दो ट्रेनें संचालित हो रही हैं। वहीं, आने वाले दिनों में बिहार को चार नई अमृत भारत ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है, जिनमें दरभंगा-लखनऊ, राजेंद्र नगर-नई दिल्ली, और दो मालदा टाउन-भागलपुर-लखनऊ मार्ग पर चलेंगी।
इस ट्रेन में यात्रियों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जैसे फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर, बॉटल होल्डर, तेज मोबाइल चार्जिंग पोर्ट और आरामदायक सीटें। एयरलाइन की तर्ज पर रेडियम इल्यूमिनेटेड फ्लोरिंग स्ट्रिप्स रात में रास्ता दिखाती हैं, जबकि एयर स्प्रिंग बॉडी सफर को झटका-मुक्त बनाती है। आधुनिक शौचालयों में इलेक्ट्रो न्यूमैटिक फ्लशिंग और ऑटोमैटिक सोप डिस्पेंसर की सुविधा दी गई है।
सुरक्षा के लिहाज से भी यह ट्रेन बेहद उन्नत है। इसमें क्रैश ट्यूब युक्त सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम, सील्ड गैंगवे और वैक्यूम एवैक्यूएशन सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीक शामिल है। हर कोच में टॉक बैक यूनिट है और गैर-एसी कोचों में पहली बार फायर डिटेक्शन सिस्टम लगाया गया है।
अमृत भारत ट्रेन न केवल भारतीय रेलवे की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि आम यात्रियों के लिए किफायती, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का भरोसेमंद साधन भी बन रही है।