बारिश से बिगड़े हालात, सात की मौत
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- July 18, 2025
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आज इन जिलों में अलर्ट
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में इन दिनों भीषण बारिश हो रही है। बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। वहीं बारिश से अब तक सात लोगों की मौत हो गई है।
प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में आफत वाली बारिश हो रही है। कई इलाकों में गरज चमक के साथ भारी बारिश और जलभराव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
उत्तर प्रदेश में बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। इसके चलते अलग-अलग स्थानों पर सात लोगों की मौत हो गई। इनमें प्रयागराज में चार, बांदा में दो और कानपुर में एक व्यक्ति शामिल है। प्रयागराज में 91 एमएम से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। दिन में गंगा का जलस्तर घटता बढ़ता रहा, जबकि यमुना का जलस्तर स्थिर रहा। गंगा और यमुना की तेज लहरों से जहां कई नावें डूब गईं, वहीं काफी नावें बहाव के साथ काफी दूर चली गईं। इसके नाविकों का काफी नुकसान हुआ है।
मिर्जापुर में दो दिनों से भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहाड़ी नालों और नदियों में उफान आने से बंधों के फाटक खोलने पड़े। सड़कों पर पानी भरने से यातायात ठप हो गया। कई गांवों का संपर्क टूट गया। अंडरपास में भरे पानी में कई वाहन फंसे रहे।
सहारनपुर में शिवालिक पहाड़ियों पर हो रही बारिश के चलते शाकंभरी, बादशाही, शफीपुर, खुवासपुर व शाहपुर गाडा सहित सभी नदियों में सुबह समय पानी का तेज बहाव आ गया। इसके चलते इन सभी नदियों एवं रपटों से गुजरने वाले मार्गों पर घंटों आवागमन बंद रहा। सिद्धपीठ में भी सभी श्रद्धालुओं को भूरादेव पर ही रोक दिया गया। चित्रकूट में बृहस्पतिवार को 105 मिमी. बारिश से एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन गई। मंदाकिनी शाम को पांच बजे तक खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही थी।
प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में आफत वाली बारिश हो रही है। कई इलाकों में गरज चमक के साथ भारी बारिश और जलभराव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
उत्तर प्रदेश में बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। इसके चलते अलग-अलग स्थानों पर सात लोगों की मौत हो गई। इनमें प्रयागराज में चार, बांदा में दो और कानपुर में एक व्यक्ति शामिल है। प्रयागराज में 91 एमएम से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। दिन में गंगा का जलस्तर घटता बढ़ता रहा, जबकि यमुना का जलस्तर स्थिर रहा। गंगा और यमुना की तेज लहरों से जहां कई नावें डूब गईं, वहीं काफी नावें बहाव के साथ काफी दूर चली गईं। इसके नाविकों का काफी नुकसान हुआ है।
मिर्जापुर में दो दिनों से भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहाड़ी नालों और नदियों में उफान आने से बंधों के फाटक खोलने पड़े। सड़कों पर पानी भरने से यातायात ठप हो गया। कई गांवों का संपर्क टूट गया। अंडरपास में भरे पानी में कई वाहन फंसे रहे।
सहारनपुर में शिवालिक पहाड़ियों पर हो रही बारिश के चलते शाकंभरी, बादशाही, शफीपुर, खुवासपुर व शाहपुर गाडा सहित सभी नदियों में सुबह समय पानी का तेज बहाव आ गया। इसके चलते इन सभी नदियों एवं रपटों से गुजरने वाले मार्गों पर घंटों आवागमन बंद रहा। सिद्धपीठ में भी सभी श्रद्धालुओं को भूरादेव पर ही रोक दिया गया। चित्रकूट में बृहस्पतिवार को 105 मिमी. बारिश से एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन गई। मंदाकिनी शाम को पांच बजे तक खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही थी।