धामी सरकार का ऑपरेशन कालनेमि से साधुओं में मचा हड़कंप
- उत्तराखण्ड राष्ट्रीय
Political Trust
- July 12, 2025
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एक बांग्लादेशी सहित 25 साधु बाबा गिरफ्तार
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का ऑपरेशन कालनेमि चलने से साधुओं में हड़कंप मच गया है। खासकर उन साधुओं में जो कि फर्जी हैं। आपरेशन कालनेमि को लेकर सभी थाना पुलिस को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में वह खुद भी नेहरू कॉलोनी और अन्य क्षेत्रों में थाना पुलिस के साथ सत्यापन और चेकिंग अभियान में घूमे थे।
ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस ने साधु वेश में घूम रहे 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें सहसपुर से पकड़ा गया एक बांग्लादेश का नागरिक है। उसके खिलाफ सहसपुर में विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। बाकी सभी को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने सभी को हिदायद देकर जमानत पर रिहा कर दिया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साधु वेश में घूमने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ ऑपरेशन कालनेमि चलाने के आदेश दिए थे। इसे लेकर सभी थाना पुलिस को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में वह खुद भी नेहरू कॉलोनी और अन्य क्षेत्रों में थाना पुलिस के साथ सत्यापन और चेकिंग अभियान में घूमे थे। चेकिंग के दौरान कई ऐसे फर्जी बाबा दिखाई दिए जो लोगों को कई तरह से अपनी बातों में फंसा रहे थे। कोई लोगों का भविष्य बाच रहे थे तो कोई गृह क्लेश को दूर करने के लिए युक्तियां बता रहा था। इनमें से कई लोग ऐसे थे जो कि भगवा चोले में ज्योतिष की पोथियां लेकर बैठे हुए थे। ऐसे में इनसे प्रमुख दस्तावेज मांगे गए तो इनके पास कुछ नहीं था।
कार्रवाई के क्रम में एक व्यक्ति सहसपुर में घूमता दिखाई दिया। उससे पूछताछ करने पर पता चला कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है। उसके पास से भारतीय कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ। रुकन रकम उर्फ शाह आलम नाम के इस व्यक्ति से आईबी और एलआईयू की टीमें पूछताछ कर रही हैं। पकड़े गए बाकी 24 लोगों में 20 से ज्यादा दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। जिला पुलिस को ऑपरेशन कालनेमि को गंभीरता से चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस ने साधु वेश में घूम रहे 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें सहसपुर से पकड़ा गया एक बांग्लादेश का नागरिक है। उसके खिलाफ सहसपुर में विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। बाकी सभी को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने सभी को हिदायद देकर जमानत पर रिहा कर दिया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साधु वेश में घूमने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ ऑपरेशन कालनेमि चलाने के आदेश दिए थे। इसे लेकर सभी थाना पुलिस को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में वह खुद भी नेहरू कॉलोनी और अन्य क्षेत्रों में थाना पुलिस के साथ सत्यापन और चेकिंग अभियान में घूमे थे। चेकिंग के दौरान कई ऐसे फर्जी बाबा दिखाई दिए जो लोगों को कई तरह से अपनी बातों में फंसा रहे थे। कोई लोगों का भविष्य बाच रहे थे तो कोई गृह क्लेश को दूर करने के लिए युक्तियां बता रहा था। इनमें से कई लोग ऐसे थे जो कि भगवा चोले में ज्योतिष की पोथियां लेकर बैठे हुए थे। ऐसे में इनसे प्रमुख दस्तावेज मांगे गए तो इनके पास कुछ नहीं था।
कार्रवाई के क्रम में एक व्यक्ति सहसपुर में घूमता दिखाई दिया। उससे पूछताछ करने पर पता चला कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है। उसके पास से भारतीय कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ। रुकन रकम उर्फ शाह आलम नाम के इस व्यक्ति से आईबी और एलआईयू की टीमें पूछताछ कर रही हैं। पकड़े गए बाकी 24 लोगों में 20 से ज्यादा दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। जिला पुलिस को ऑपरेशन कालनेमि को गंभीरता से चलाने के निर्देश दिए गए हैं।