ब्राजील के बाद पीएम नरेंद्र मोदी नामीबिया की यात्रा पर, शुरू होगा प्रोजेक्ट जीता 2

 ब्राजील के बाद पीएम नरेंद्र मोदी नामीबिया की यात्रा पर, शुरू होगा प्रोजेक्ट जीता 2

नई दिल्ली। ब्राजील की यात्रा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अब नामीबिया की यात्रा पर हैं। जहां पर प्रोजेक्ट चीता 2 शुरू करने पर बातचीत की जाएगी। नामीबिया में भारत के उच्चायुक्त राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में चीते अच्छी तरह से रह रहे हैं। लेकिन उनकी संख्या पर्यावरण संतुलन के लिए अभी पर्याप्त नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नामीबिया यात्रा के बाद ‘प्रोजेक्ट चीता 2’ की शुरुआत हो सकती है। जिससे भारत को और ज्यादा चीते मिल सकें। यह बयान भारत में जैविक विविधता और वन्यजीव संरक्षण को लेकर चल रहे प्रयासों को और आगे बढ़ाने की दिशा में देखा जा रहा है।

नामीबिया में भारत के उच्चायुक्त राहुल श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान कहा कि ग्लोबल साउथ (दक्षिणी देशों) में भारत की नेतृत्व भूमिका को दुनिया मानती है, और इस दिशा में अफ्रीका भारत का मजबूत साझेदार है। उन्होंने बताया कि भारत ने नामीबिया को हमेशा समर्थन दिया है और नामीबिया ने भी तीनों “वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट” में भाग लिया है।
राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि भारत को नामीबिया में पाए जाने वाले क्रिटिकल मिनरल्स (अहम खनिज) में काफी रुचि है। इसके अलावा भारत नामीबिया से यूरेनियम के निर्यात की संभावना पर भी विचार कर रहा है। हाल ही में नामीबिया में तेल और गैस के भंडार भी पाए गए हैं, जो भारत के लिए एक और आकर्षण का क्षेत्र है। श्रीवास्तव ने बताया कि रक्षा क्षेत्र को लेकर भी बातचीत होगी। वहीं नामीबिया भारत से कुछ रक्षा उपकरण खरीदना चाहता है और क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) को दोनों देशों के रिश्तों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ माना जा रहा है।
खनिज और रक्षा पर होगी अहम बातचीत
नामीबिया में भारत के उच्चायुक्त राहुल श्रीवास्तव ने कहा है कि भारत और नामीबिया के रिश्ते बेहद अच्छे हैं। उन्होंने बताया कि भारत उन पहले देशों में शामिल था जिन्होंने नामीबिया की आज़ादी का समर्थन किया था। आजीदी के बाद दोनों देशों के बीच यह दोस्ती मजबूत आर्थिक संबंधों में बदल गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 साल बाद नामीबिया की यात्रा पर पहुंचे हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, खनिज संसाधनों और रक्षा सहयोग जैसे कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी।