अहमदाबाद में रथ यात्रा के दौरान बेकाबू हाथी ने मचाया उत्पात, बैरिकेड तोड़कर गली में घुसा
- गुजरात दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- June 27, 2025
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अहमदाबाद। अहमदाबाद में आज शुक्रवार सुबह भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हुई। जिसमें हजारों श्रद्धालु वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान एक हाथी के बेकाबू हो गया। गनीमत रही कि हाथी पर जल्दी ही काबू पा लिया गया और बड़ा हादसा टल गया।
अहमदाबाद में रथ यात्रा जुलूस के दौरान शुक्रवार को शोर-शराबे की वजह से एक हाथी बेकाबू हो गया। वह बैरिकेड तोड़कर एक संकरी गली में घुस गया। इस दौरान एक शख्स को चोटें आईं हैं। समय रहते हाथी को शांत कर दिए जाने से बड़ा हादसा टल गया। शहर के कांकरिया चिड़ियाघर के अधीक्षक आरके साहू ने बताया कि दो अन्य हाथियों पर सवार महावत हाथी का पीछा करते रहे और उसे नियंत्रित करते रहे, ताकि जुलूस अपने निर्धारित मार्ग पर सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया
पुलिस उपायुक्त (नियंत्रण कक्ष) कोमल व्यास ने बताया, ‘खाड़िया इलाके में एक हाथी के उत्पात मचाने और संकरी गली में घुस जाने से एक व्यक्ति घायल हो गया। घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जुलूस तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है।’
दिन में 16 किलोमीटर की दूरी तय करता है जूलूस
400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से शुरू हुआ भव्य जुलूस के पुराने शहर से होते हुए रात 8 बजे तक वापस आने की उम्मीद है। जुलूस में आमतौर पर 17 हाथी, 100 ट्रक और 30 अखाड़े (स्थानीय व्यायामशालाएं) होते हैं। यह दिन में 16 किलोमीटर की दूरी तय करता है। आरके साहू ने कहा कि इन हाथियों में से केवल एक नर है। आरके साहू के पास ही इन हाथियों के स्वास्थ्य की जांच करने और कार्यक्रम से पहले फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने की जिम्मेदारी थी। साहू ने कहा, ‘जब जुलूस खड़िया गेट पर पहुंचा, तो हाथी अचानक तेज संगीत और सीटी की आवाज की वजह से बेकाबू हो गया। वह भागने लगा और निर्धारित मार्ग से भटक गया।’
घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया
पुलिस उपायुक्त (नियंत्रण कक्ष) कोमल व्यास ने बताया, ‘खाड़िया इलाके में एक हाथी के उत्पात मचाने और संकरी गली में घुस जाने से एक व्यक्ति घायल हो गया। घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जुलूस तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है।’
दिन में 16 किलोमीटर की दूरी तय करता है जूलूस
400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से शुरू हुआ भव्य जुलूस के पुराने शहर से होते हुए रात 8 बजे तक वापस आने की उम्मीद है। जुलूस में आमतौर पर 17 हाथी, 100 ट्रक और 30 अखाड़े (स्थानीय व्यायामशालाएं) होते हैं। यह दिन में 16 किलोमीटर की दूरी तय करता है। आरके साहू ने कहा कि इन हाथियों में से केवल एक नर है। आरके साहू के पास ही इन हाथियों के स्वास्थ्य की जांच करने और कार्यक्रम से पहले फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने की जिम्मेदारी थी। साहू ने कहा, ‘जब जुलूस खड़िया गेट पर पहुंचा, तो हाथी अचानक तेज संगीत और सीटी की आवाज की वजह से बेकाबू हो गया। वह भागने लगा और निर्धारित मार्ग से भटक गया।’