दिल्ली के रोहिणी अस्पताल में आज ओपीडी सेवा रहेगी बंद, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने किया बहिष्कार
- दिल्ली राष्ट्रीय स्वास्थ्य
Political Trust
- June 12, 2025
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नई दिल्ली। रोहिणी स्थित डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुई शारीरिक हिंसा के विरोध में अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने बृहस्पतिवार सुबह दस बजे से ओपीडी सेवा बंद करने का एलान किया है। हिंसा के विरोध में अलग-अलग आरडीए और मेडिकल एसोसिएशन सामने आ रही हैं। बुधवार को भी काली पट्टी बांधकर डॉक्टरों ने विरोध दर्ज कराया।
हालांकि इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन डॉक्टर पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस पर जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं। अस्पताल की आरडीए के अध्यक्ष डॉ. अनिर्बान भौमिक ने कहा कि इस घटना के बाद ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल ने इमरजेंसी कॉल करने से मना कर दिया। जांच अधिकारी ने दूसरे पक्ष की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर पीड़िता को डराने का प्रयास किया। पुलिस गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर दोषियों को मजिस्ट्रेट के सामने प्रस्तुत नहीं कर सकी। साथ ही पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड नहीं कराया गया।
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए बृहस्पतिवार सुबह दस बजे से ओपीडी सेवा बंद रखने का निर्णय लिया गया है। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क की स्थायी समिति के संयोजक डॉ. करन जुनेजा ने बताया कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस मामले की फास्ट ट्रैक जांच कराने, केंद्रीय स्वास्थ्य देखभाल संरक्षण कानून लागू करने, 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, राष्ट्रीय हेल्पलाइन की स्थापना सहित कई मांगें की गई हैं। इसके अलावा बुधवार को डॉक्टरों ने घटना के विरोध में काली पट्टी बांधकर भी विरोध दर्ज कराया।
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए बृहस्पतिवार सुबह दस बजे से ओपीडी सेवा बंद रखने का निर्णय लिया गया है। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क की स्थायी समिति के संयोजक डॉ. करन जुनेजा ने बताया कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस मामले की फास्ट ट्रैक जांच कराने, केंद्रीय स्वास्थ्य देखभाल संरक्षण कानून लागू करने, 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, राष्ट्रीय हेल्पलाइन की स्थापना सहित कई मांगें की गई हैं। इसके अलावा बुधवार को डॉक्टरों ने घटना के विरोध में काली पट्टी बांधकर भी विरोध दर्ज कराया।