आवारा कुत्तों को मारने की धमकी देने के मामले में टीनू आनंद पर एफआईआर
- बॉलीवुड मनोरंजन
Political Trust
- May 15, 2025
- 0
- 87
- 1 minute read

मुंबई। अभिनेता टीनू आनंद ने एक व्हाट्सएप संदेश में आवारा कुत्तों को हॉकी स्टिक से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। आवारा कुत्तों को मारने की धमकी देने के मामले में टीनू आनंद पर एफआईआर दर्ज की गई है। टीनू आनंद ने इस मामले में अपनी सफाई दी है।
दबंग, गजनी, साहो जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में महत्वपूर्ण किरदार निभा चुके बॉलीवुड एक्टर टीनू आनंद एक बड़ी मश्किल में फंस गए हैं। उन पर आवारा कुत्तों को हॉकी स्टीक से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया गया था, जिस पर अब उन्होंने सफाई दी है।
टीनू आनंद ने हाल में आवारा कुत्तों को मारने की धमकी का आरोप व्हाट्सएप पर दिया था। इस संदेश को पशु की संस्था पीएएल फाउंडेशन ने ऑनलाइन शेयर किया। जिससे पशु प्रेमियों और नेटिजेंस में गुस्सा फैल गया। पुलिस में शिकायत दर्ज की गई और उनके खिलाफ मामला शुरू हुआ। एसीपी और पशु अधिकार कार्यकर्ता सुधीर कुडलकर ने टीनू के खिलाफ शिकायत दर्ज की। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्ते भारतीय कानून के तहत संरक्षित हैं और सुप्रीम कोर्ट ने उनके अधिकारों को बरकरार रखा है। कुडलकर ने टीनू से लिखित माफी मांगी और कहा कि कोई भी, चाहे वह सेलिब्रिटी हो, कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने बताया कि इलाके के आवारा कुत्तों का टीकाकरण और नसबंदी की जाती है, और वे कानूनी रूप से सुरक्षित हैं।
टीनू आनंद ने फ्री प्रेस जर्नल से बात करते हुए सफाई दी कि उनकी बेटी ने अपने पालतू जानवर को आवारा कुत्ते से बचाने की कोशिश में अपनी कलाई की हड्डी तोड़ ली थी। इसके लिए उन्हें 90 हजार रुपये और दो सर्जरी का खर्च उठाना पड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं 80 साल का हूं। अगर कोई कुत्ता मुझ पर हमला करेगा, तो मुझे अपनी रक्षा करने का अधिकार है। मैंने हमला करने की बात नहीं की, मैंने सिर्फ आत्मरक्षा की बात की। लोग मेरे शब्दों का गलत मतलब निकाल रहे हैं।
टीनू आनंद ने हाल में आवारा कुत्तों को मारने की धमकी का आरोप व्हाट्सएप पर दिया था। इस संदेश को पशु की संस्था पीएएल फाउंडेशन ने ऑनलाइन शेयर किया। जिससे पशु प्रेमियों और नेटिजेंस में गुस्सा फैल गया। पुलिस में शिकायत दर्ज की गई और उनके खिलाफ मामला शुरू हुआ। एसीपी और पशु अधिकार कार्यकर्ता सुधीर कुडलकर ने टीनू के खिलाफ शिकायत दर्ज की। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्ते भारतीय कानून के तहत संरक्षित हैं और सुप्रीम कोर्ट ने उनके अधिकारों को बरकरार रखा है। कुडलकर ने टीनू से लिखित माफी मांगी और कहा कि कोई भी, चाहे वह सेलिब्रिटी हो, कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने बताया कि इलाके के आवारा कुत्तों का टीकाकरण और नसबंदी की जाती है, और वे कानूनी रूप से सुरक्षित हैं।
टीनू आनंद ने फ्री प्रेस जर्नल से बात करते हुए सफाई दी कि उनकी बेटी ने अपने पालतू जानवर को आवारा कुत्ते से बचाने की कोशिश में अपनी कलाई की हड्डी तोड़ ली थी। इसके लिए उन्हें 90 हजार रुपये और दो सर्जरी का खर्च उठाना पड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं 80 साल का हूं। अगर कोई कुत्ता मुझ पर हमला करेगा, तो मुझे अपनी रक्षा करने का अधिकार है। मैंने हमला करने की बात नहीं की, मैंने सिर्फ आत्मरक्षा की बात की। लोग मेरे शब्दों का गलत मतलब निकाल रहे हैं।