बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने की रिहाई, सकुशल पार किया बार्डर

 बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने की रिहाई, सकुशल पार किया बार्डर
नई दिल्ली। पंजाब के फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गलती से पाकिस्तानी में प्रवेश करने वाले बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ की आज बुधवार को रिहाई हो गई। वे सकुशल वापस भारत बार्डर पार कर यहां पहुंच गए हैं। शॉ की सुरक्षित रिहाई के लिए बीएसएफ़ ने खूब प्रयास किया था। पाकिस्तान की कैद में बीएसएफ जवान की रिहाई के लिए छह से अधिक फ्लैग मीटिंग की गई। वहीं अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर 84 बार सीटी बजाई गई। सीओ लेवल की मीटिंग के अलावा बीएसएफ और रेंजर्स के शीर्ष अधिकारियों ने भी इस मुद्दे पर बातचीत की।
बता दें कि बीएसएफ जवान 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की तरफ चला गया था। जवान की सकुशल रिहाई के लिए बीएसएफ द्वारा लगातार प्रयास जारी रखे गए। अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर बीएसएफ, रोजाना तीन से चार बार सीटी बजाकर या झंडा दिखाकर पाकिस्तानी रेंजर्स को बातचीत का सिग्नल भेजा गया। कई बार फ्लैग मीटिंग हुई। सूत्रों का कहना है कि जवान की रिहाई के लिए सभी प्रयास किए गए। यह बात तय हो गई थी कि पाकिस्तानी रेंजर्स के लिए लंबे समय तक बीएसएफ जवान को अपने कब्जे में रखना संभव नहीं होगा।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच छह से अधिक फ्लैग मीटिंग भी हुई हैं। उसमें यही बताया गया कि जैसे ही रेंजर्स के शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिलेगी, जवान को छोड़ दिया जाएगा। बीएसएफ ने अपने जवान की रिहाई के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं रखी। बॉर्डर पर रोजाना बीएसएफ की तरफ से जवान की रिहाई का प्रयास किया जा रहा। मसलन, बॉर्डर पर सीटी बजाकर पाकिस्तानी रेंजर्स को बुलाने की कोशिश होती। एक ही दिन में कई बार सीटी बजाने की प्रक्रिया को दोहराया गया।