देश के विकास को रफ्तार दे रहा अदाणी समूह, केरल में बंदरगाह तो यूपी में गंगा एक्सप्रेस वे
- उत्तर प्रदेश कारोबार राष्ट्रीय
Political Trust
- May 4, 2025
- 0
- 110
- 1 minute read

NIMMI THAKUR
नई दिल्ली। देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अदाणी समूह विशेष योगदान दे रहा है। अदाणी समूह ने केरल में जहां विझिंजम बंदरगाह बनाया वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में ऐसा एक्सप्रेस वे बनाया है। जिसमें हवाई पटटी पर वायुसेना और माल वाहन विमान आपातकाल में लैंडिंग कर सकते हैं। इस एक्सप्रेस वे का नाम गंगा एक्सप्रेस वे हैं। विझिंजम बंदरगाह का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को किया था। इस बंदरगाह का निर्माण अदाणी ग्रुप ने करीब 8900 करोड़ रुपये की लागत से किया है। यह गहरे पानी वाला भारत का पहला बंदरगाह है। उत्तर प्रदेश में बना गंगा एक्सप्रेस वे देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस वे है जिस पर बनी हवाई पट्टी पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों, माल वाहक विमानों और हेलिकॉप्टर उड़ान भर सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस वे 594 किमी लंबा है। जिसमें 464 किमी का निर्माण अदाणी ग्रुप कर रहा है। इस एक्सप्रेस वे पर शाहजहांपुर में साढ़े तीन किमी की एक हवाई पट्टी बनाई गई है।
केरल में विझिंजम बंदरगाह की बात करें तो ये पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है। केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में बना यह भारत में गहरे पानी का सबसे बड़ा बंदरगाह है। इसके निर्माण पर आठ हजार 867 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस बंदरगाह का निर्माण पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत भारत के सबसे बड़े बंदरगाह डेवलपर अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने किया है। इस बंदरगाह से अंतरराष्ट्रीय व्यापार और शिपिंग में भारत की भूमिका बदलने की उम्मीद है। यह व्यस्ततम अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है।
केरल में विझिंजम बंदरगाह की बात करें तो ये पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है। केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में बना यह भारत में गहरे पानी का सबसे बड़ा बंदरगाह है। इसके निर्माण पर आठ हजार 867 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस बंदरगाह का निर्माण पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत भारत के सबसे बड़े बंदरगाह डेवलपर अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने किया है। इस बंदरगाह से अंतरराष्ट्रीय व्यापार और शिपिंग में भारत की भूमिका बदलने की उम्मीद है। यह व्यस्ततम अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर स्थित है।