सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर सपा प्रमुख बोले…’हम क्या फैसला लेंगे ये अलग बात’
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- August 18, 2025
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नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, उपराष्ट्रपति का पद खाली है। पहले जो उपराष्ट्रपति थे, वो अब कहां हैं? एक नया उपराष्ट्रपति चुना जाएगा। यह एक अच्छी बात है। हम क्या फैसला लेंगे, यह अलग बात है। हम बैठकर तय करेंगे।
उन्होंने कहा, राजनाथ सिंह एक वरिष्ठ नेता हैं। वह उत्तर प्रदेश से हैं। वह रक्षा मंत्री हैं। अगर वह बात करेंगे, हम बात करेंगे और अगर बातचीत की जरूरत होगी, तो हम बात करेंगे। लेकिन हमारी राजनीतिक लाइन स्पष्ट है। अब इंडिया ब्लॉक को फैसला करना है।
जानबूझकर पिछड़ी जातियों के वोट काटता है
चुनाव आयोग को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, वह जानबूझकर पिछड़ी जातियों के वोट काटता है और मीडिया के जरिए यह दिखाया जाता है कि उन्हें पिछड़ों का समर्थन मिल रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि उनके वोट ही काटे जा रहे हैं। हमारी सिर्फ इतनी मांग है कि अगर किसी जिलाधिकारी (डीएम) को सस्पेंड कर दिया जाए, तो पूरे देश में एक भी वोट नहीं कटेगा।
भाजपा की सुनता है चुनाव आयोग
उन्होंने आगे कहा, 2017 के चुनाव में चुनाव आयोग ने कई अधिकारियों को हटाया था। लेकिन 2019, 2022 और 2024 में एक भी अधिकारी नहीं हटाया गया। समाजवादी पार्टी की सरकार में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और गृह सचिव तक बदले गए थे, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद यूपी में एक भी अफसर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक भी शिकायत पर कोई अधिकारी नहीं हटाया गया। क्यों? इसका मतलब है कि चुनाव आयोग भाजपा की ज्यादा सुनता है। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया, छिबरामऊ के एक भाजपा विधायक ने अपने बूथ पर 400 फर्जी वोट डलवाए थे। हमने उनमें से 200 से ज्यादा फर्जी वोट हटवाए।
जानबूझकर पिछड़ी जातियों के वोट काटता है
चुनाव आयोग को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, वह जानबूझकर पिछड़ी जातियों के वोट काटता है और मीडिया के जरिए यह दिखाया जाता है कि उन्हें पिछड़ों का समर्थन मिल रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि उनके वोट ही काटे जा रहे हैं। हमारी सिर्फ इतनी मांग है कि अगर किसी जिलाधिकारी (डीएम) को सस्पेंड कर दिया जाए, तो पूरे देश में एक भी वोट नहीं कटेगा।
भाजपा की सुनता है चुनाव आयोग
उन्होंने आगे कहा, 2017 के चुनाव में चुनाव आयोग ने कई अधिकारियों को हटाया था। लेकिन 2019, 2022 और 2024 में एक भी अधिकारी नहीं हटाया गया। समाजवादी पार्टी की सरकार में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और गृह सचिव तक बदले गए थे, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद यूपी में एक भी अफसर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक भी शिकायत पर कोई अधिकारी नहीं हटाया गया। क्यों? इसका मतलब है कि चुनाव आयोग भाजपा की ज्यादा सुनता है। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया, छिबरामऊ के एक भाजपा विधायक ने अपने बूथ पर 400 फर्जी वोट डलवाए थे। हमने उनमें से 200 से ज्यादा फर्जी वोट हटवाए।