आरबीआई की VRRR नीलामी के बीच बैंकिंग सिस्टम में नकदी अधिशेष, रुपये पर दबाव

 आरबीआई की VRRR नीलामी के बीच बैंकिंग सिस्टम में नकदी अधिशेष, रुपये पर दबाव
नई दिल्ली। सरकारी खर्च से बैंकिंग सिस्टम में नकदी बढ़ी है। डॉलर की मांग के तेज होने से रुपये पर दबाव बना है।
भारतीय रिजर्व बैंक की वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआरआर) नीलामी के बावजूद रविवार को बैंकिंग व्यवस्था में शुद्ध नकदी 4.09 लाख करोड़ रुपये अधिशेष की स्थिति में रही, जो 3 जुलाई के बाद का शीर्ष स्तर है। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में यह सामने आया है। मुख्य रूप से सरकार द्वारा व्यय बढ़ाए जाने के कारण व्यवस्था में नकदी बढ़ी है।
अतिरिक्त नकदी के कारण ओवरनाइट वेटेड एवरेज कॉलर रेट इस समय 5.50 प्रतिशत रीपो रेट के नीचे आ गई है। वहीं ओवरनाइट ट्राई पार्टी रीपो रेट अभी 5.25 प्रतिशत स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसेलिटी (एसडीएफ) रेट के नीचे है। सोमवार को वेटेड एवरेज कॉल रेट 5.37 प्रतिशत है, जबकि वेटेड एवरेज ट्रेप्स रेट 5.22 प्रतिशत रही।
व्यवस्था से अतिरिक्त नकदी घटाने और कम अवधि की दरों को नीतिगत रीपो रेट के नजदीक लाने के लिए रिजर्व बैंक वीआरआरआर नीलामी करता है। बहरहाल मौजूदा नकदी अधिशेष से पता चलता है कि और वीआरआरआर नीलामी की जरूरत हो सकती है, जिससे कि नेट डिमांड ऐंड टाइम लाइबिलिटी (एनडीटीएल) की 1 प्रतिशत नकदी बनी रह सके।